नही सुनता
जाने से उसके घर में मिरा कोई वाक़िआत नही सुनता
मैं इतना निठल्ला हूँ मेरे घर में भी कोई बात नही सुनता,
उस रोज, वो शख़्स मुझे जिते'जी कैसे मार गया था
कहना तो चाहता हूँ मगर कोई सच्ची वारदात नही सुनता!!
गलती से भी कैसे चले गए आप उस मैदान में??
ज़नाब सब खेलते हैं वहां, कोई जज़्बात नही सुनता!!
तुम कहाँ ये हिसाब किताब करने खत लिए बैठ गए??
छोड़ कर जाने के बाद कभी कोई सवालात नही सुनता.!!
मैं इतना निठल्ला हूँ मेरे घर में भी कोई बात नही सुनता,
उस रोज, वो शख़्स मुझे जिते'जी कैसे मार गया था
कहना तो चाहता हूँ मगर कोई सच्ची वारदात नही सुनता!!
गलती से भी कैसे चले गए आप उस मैदान में??
ज़नाब सब खेलते हैं वहां, कोई जज़्बात नही सुनता!!
तुम कहाँ ये हिसाब किताब करने खत लिए बैठ गए??
छोड़ कर जाने के बाद कभी कोई सवालात नही सुनता.!!
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