वामपंथी हमेशा अन्य पर अपना परजीवीकरण चलाते आए हैं, आप विपक्षी द्विआधारी के अलावा किसी अन्य चीज से आने वाली आलोचना नही देख सकते। क्या मार्क्स ने तुम्हें यही सीखाया है? दूसरों के कन्धे पर बंधूक रख कर चलाना ही तो इन कोमोरेड वालों का काम है।तर्क यह है कि साम्यवाद को वास्तव में कभी भी लागू नहीं किया गया है, क्या लेनिनवादी शुद्ध सोफस्ट्री, अमूर्त आदर्शवाद के फ्लेकी हॉल मेंआपको हमेशा वही साफ़ सुथरा बचा हुआ चेहरा ही दिखाएंगे और गलत इतिहास ही पढ़ाएंगे। क्या चीन में दक्षिणपंथी सरकार है? उसकी व्यवहार आपकी अतिप्रिय कौम के प्रति कैसी है? वो आपलोग इन सवालों का जवाब क्यों नही बताते,पूछना समय मिलने पर स्वयँ से। चीन के मदरसों में सिर्फ़ चाइना का ही सिलेबस चलता है, सरकार ही कुरान का भी पब्लिशिंग करवाता है ताकि के मुसलमानों को दबाया जा सके। "क्सिनजिनंग" वहाँ की मुस्लिम बहुल इलाका है, उस प्रान्त में 90 के दशक में मुसलमानों की आबादी करीब करीब 80 लाख थी और उस समय मुस्लिम उसे अलग देश बनाने के लिए पुरज़ोर तरीके से आंदोलन करते थे, आपको बता दूं कि खाड़ी के देशों का भी समर्थन प्राप्त था लेकिन चीन क