चाहा

बाहें खोल कर मैंने उनको बुलाना चाहा
वो न आये और मैं उनको भूलना चाहा,
प्यार से मैंने उनके नयनों को देखना चाहा
उनकी एक नजर ने ही प्यार का तराना चाहा।

प्यार से मैंने उनके होंठों को देखना चाहा
उनकी नशीली होंठों से खुद को बचाना चाहा,
प्यार से से मैंने उनके साथ खुद को देखना चाहा
उनकी पास की दुरी से खुद को कोसना चाहा।।

                                           :- रूपम पति

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