मैं लिखता क्या?

सब मिल ही जाता
तो मैं लिखता क्या?

जो तू मिल जाती तो
ये बेवफाई मैं लिखता क्या?

जो मुझे तेरी जरा सी मुस्कान मिल जाती
तो मैं लिखता क्या?

जो तुम्हारी नज़रें मुझसे मिल जाती
तो मैं ये दर्द-ए-जुदाई लिखता क्या?

मुझे मीठी वाणी मिल जाती
तो मैं लिखता क्या?

जो तू मुझे शर्माती हुई मिल जाती
तो मैं ये रूसवाई लिखता क्या?

जो तुम्हारा एक इशारा मिल जाता
तो मैं लिखता क्या?

अरे कम से कम, तुम्हारी नफ़रत ही मिल जाती
तो मैं बेवजह की ये पंक्तियां, लिखता क्या?

                                    :- रूपम पति

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