मल्लिक मोहम्मद जायसी

उस मसनवी को मत झुठलाना,
वो फ़ारसी को मत झुठलाना।

सब-कुछ झूठ-ला देना मगर,
वो जायसी को मत झूठलाना।।
- रूपम
लगभग 1 साल बाद आज दोबारा दिल मे आ गया

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