प्रेम तो होने दो

मैं खुद को सम्भाल लूंगा
पहले तुम होश में तो आओ,

मैं होश में आ जाऊँगा
पहले तुम उनकी नजरें मुझपर से हटाओ,

मैं नज़रे भी हटा लूंगा
पहले ये फरेब का श्रृंगार तो उतारो,

मैं फ़रेब का नक़ाब उतार लूँगा
पहले आप मेरा असली चेहरा तो ले के आओ,

आपका असली चेहरा भी दिख जाएगा
पहले आपको किसी से प्रेम तो होने दो॥


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