वायु मेघ को चलाती है।
अनुकूल वायु मेघ को धीमे-धीमे चलाती रहती हैं, हाँ जब मन करता है जोर से चला लेती हैं..
क्या मेघ का वायु पर कोई जोर चला है ?? नही कभी भी नही..
ठीक उसी प्रकार लड़कियाँ लड़कों को चलाती हैं, कभी धीरे तो कभी जोर
स्त्रियां पुरुषों को चलतीं हैं, कभी धीरे तो कभी जोर..
यही प्रकृति का नियम है
स्वीकार करो..
🙄🙄
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